Thursday, 27 July 2017

बिहार में टूटा महागठबंधन, नीतीश कुमार ने राज्यपाल को सौंपा इस्तीफा







पटना बिहार के राजनीतिक गलियारे से बड़ी खबर आ रही है। बिहार सीएम नीतीश कुमार ने राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी से मिलकर अपना इस्तीफा सौंप दिया है। यानी बिहार में महागठबंधन टूट चुका है। बीजेपी के खिलाफ विपक्षी एकता को इसे सबसे बड़ा झटका माना जा रहा है

बुधवार की शाम अचानक बिहार से नाटकीय घटनाक्रम देखने को मिलने लगा है। दोपहर में आरजेडी की बैठक के बाद लालू और तेजस्वी यादव, दोनों ने ही दावा किया था कि महागठबंधन पर कोई खतरा नहीं है। लालू ने तो यहां तक कहा था कि उनकी नीतीश कुमार से बात होती रहती है और उन्होंने कभी तेजस्वी से इस्तीफा नहीं मांगा है, लेकिन कुछ ही घंटे में तस्वीर बदल गई। 

आरजेडी की बैठक खत्म होने के बाद शाम करीब पांच बजे जेडीयू की बैठक शुरू हुई। बैठक खत्म होते ही नीतीश कुमार ने राज्यपाल से मिलने का मन बना लिया। सूत्रों के मुताबिक विधायक दल की बैठक में नीतीश कुमार ने यह साफ कर दिया था कि कड़े फैसले लेने का वक्त आ गया है।





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आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का एरियर जल्द पहुंचेगा उनके खाते में








आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का अगस्त 2016 से बकाया एरियर सीधे उनके खातों में भेजा जाएगा। बुधवार को प्रमुख सचिव बाल विकास पुष्टाहार ने यह आश्वासन दिया। कार्यकर्ताओं ने 9 अगस्त तक मांग पूरी न होने पर 10 अगस्त से जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन की चेतावनी दी है।
अखिल भारतीय आंगनबाड़ी कर्मचारी महासंघ के बैनर तले राज्य कर्मचारी का दर्जा देने सहित 12 सूत्रीय मांगों को लेकर बुधवार को सैकड़ों आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाएं लक्ष्मण मेला मैदान में जुटीं।

धरने का नेतृत्व कर रहे महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुलाब सिंह ने नियमित करने तक 18 हजार रुपये मानदेय देने की मांग की। शाम को गुलाब सिंह की अगुवाई में प्रतिनिधिमंडल ने प्रमुख सचिव बाल विकास पुष्टाहार अनीता मेश्राम से मुलाकात कर मांगों पर चर्चा की।

प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि 28 अगस्त 2016 को प्रदेश सरकार ने मानदेय में 800 रुपये की बढ़ोतरी की थी। इसका क्रियान्वयन एक अगस्त 2016 से होना था लेकिन इस वित्तीय वर्ष से उसे लागू किया गया।

प्रमुख सचिव ने बकाया एरियर जल्द ही खातों में भेजने का आश्वासन दिया। प्रतिनिधिमंडल ने मांग पूरी करने के लिए 9 अगस्त का समय दिया है। 






पूर्वा एक्सप्रेस में ट्रेन के खाने में निकली छिपकली, रेलमंत्री से ट्विटर की शिकायत








चंदौली (यूपी) उत्तरप्रदेश के चंदौली में पूर्वा एक्सप्रेस में एक यात्री को परोसे गये खाने में छिपकली निकलने का मामला सामने आया हैं, यात्री ने इसकी शिकायत रेलवे मिनिस्टर सुरेश प्रभु से की है। इसके बाद महकमा हरकत में आया और मामले की जांच करने में जुट गया है। यात्री ने कुछ खाना खा भी लिया था, लिहाजा एहतियात के तौर पर उसे मेडीसिन दी गयी हें।  उसकी हालत ठीक बताई जा रही हैं । आपको बता दें कि शुक्रवार को इंडियन रेलवे की कैटरिंग सर्विस पर कैग की ऑडिट रिपोर्ट  संसद में रखी गयी थी। इसके रेलवे के खाने को सेहत के लिये नुकसानदायक बताया गया था।

 
मौके पर पहुंचे अधिकारी
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, विक्टिम ने बताया कि उसने मोकामा स्टेशन आने पर खाने का ऑर्डर दिया,  जिसमें यह छिपकली निकली। टीटीई और कैंटीन मैनेजर से इसकी शिकायत की और रेलवे मिनिस्टर को ट्वीट करके जानकारी दी।  घटना की सूचना मिलते ही दानापुर डीआरएम मौके पर पहुंचे। उनका कहना है कि शिकायत करने वाले पैसेंजर ने बताया कि उसने कुछ खाना खा लिया था। उसे मेडिसिन दी गई हैं। फिलहाल उसकी हालत ठीक है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
खाने लायक नही ट्रेन का खाना: कैग 
बता दें कि शुक्रवार को इंडियन रेलवे की कैटरिंग सर्विस पर ब्।ळ की ऑडिट रिपोर्ट संसद में रखी गई थी। इसके रेलवे के खने को सेहत के लिए नुकसानदायक बताया गया था। रिपोर्ट यह भी कहा गया था कि यह खाना इंसानों के खाने लायक नहीं है। रिपोर्ट में कहा गया कि पैकेज्ड फूड और बॉटल में मिलने वाली चीजों को उनके सुरक्षित इस्तेमाल के लिए तय तारीख के गुजर जाने के बावजूद बेचा जा रहा है।





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INDvsSL: भारत 450 रन के पार, अश्विन और ऋद्धिमान साहा क्रीज पर



भारत और श्रीलंका के बीच तीन टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट गॉल इंटरनेशनल स्टेडियम में खेला जा रहा है. पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने 103.4 ओवर में 5 विकेट गंवा कर 441 रन बना लिए हैं. आर अश्विन (10 रन) और ऋद्धिमान साहा (4 रन) क्रीज पर हैं.
भारत के विकेट्स
भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही और 7.3 ओवर में अभिनव मुकुंद (12) के रूप में उसका पहला विकेट गिरा. नुवान प्रदीप की गेंद पर निरोशन डिकवेला ने उनका कैच लिया. उस वक्त टीम इंडिया का स्कोर 27 रन था.
दूसरा विकेट शिखर धवन (190) का रहा. जो 54.1 ओवर में नुवान प्रदीप की बॉल पर डिकवेला को कैच दे बैठे. शिखर धवन के आउट होने के बाद टीम के स्कोर में 6 रन और जुड़े थे कि तीसरा विकेट भी गिर गया. चाय के बाद 56.4 ओवर में कप्तान विराट कोहली (3) को नुवान प्रदीप की बॉल पर डिकवेला ने कैच कर लिया.

टेस्ट मैच के पहले दिन भारत ने बनाया तीसरा बड़ा स्कोर
भारत ने गॉल टेस्ट के पहले दिन 399 रन बनाकर श्रीलंका के खिलाफ एक ही दिन में अपना तीसरा बड़ा स्कोर बनाया है. इसके अलावा भारत ने टेस्ट मैच के पहले दिन तीनों ही अपने बड़े स्कोर श्रीलंका के खिलाफ बनाए हैं.
417/2 विरुद्ध श्रीलंका, कानपुर, 2009-10
399/3 विरुद्ध श्रीलंका, गॉल, 2017*
385/6 विरुद्ध श्रीलंका, अहमदाबाद, 2009-10

पहले दिन बरसा गब्बर का बल्ला
शिखर धवन ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए अपने टेस्ट करियर का पांचवां शतक लगाया है. धवन ने अपने 100 रन केवल 110 बॉल पर पूरे किए. श्रीलंका के खिलाफ ये उनकी दूसरी सेन्चुरी रही. इत्तेफाक की बाद ये है कि शिखर धवन का पिछला टेस्ट शतक दो साल पहले गॉल में ही श्रीलंका के खिलाफ आया था. इस दौरान धवन के बल्ले से कोई शतक नहीं निकला था.
शतक के बाद धवन और भी आक्रामक हो गए. धवन ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 168 गेंदों में 190 रन की तूफानी पारी खेली. जिसमें उन्होंने 31 चौके लगाए. इस मैच से पहले तक उनका बेस्ट स्कोर 187 रन था.

पुजारा ने भी दिखाई क्लास
शिखर धवन का साथ देते हुए चेतेश्वर पुजारा ने भी मैच में शानदार बैटिंग की और करियर की 12वीं सेन्चुरी लगाई.वहीं श्रीलंका के खिलाफ ये उनका दूसरा शतक है. पुजारा ने अपनी पारी में 8 चौके जड़े. पहला विकेट गिर जाने के बाद तीसरे नंबर पर खेलने आए पुजारा ने शिखर धवन के साथ मिलकर पारी को संभाला और सोच-समझकर बल्लेबाजी की.
पुजारा ने मैदान के चारों तरफ रन बनाए. इस दौरान उन्होंने ऑन साइड में कुछ ज्यादा ही बेहतरीन शॉट खेले और 72 रन इस क्षेत्र में बनाए








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Wednesday, 5 July 2017

भारत ने विवाद बढ़ाया तो उसे 1962 से भी ज्यादा नुकसान होगा: चीनी मीडिया







बीजिंग. सिक्किम बॉर्डर पर चल रहे विवाद के बीच चीन की तरफ से भारत के खिलाफ बयानबाजी बढ़ती जा रही है। चीन के विदेश मंत्री, चीन के थिंकटैंक, पड़ोसी देश की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के बाद अब चीनी मीडिया ने भी भारत को धमकी दी है। बुधवार को चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने अपने एडिटोरियल में लिखा, ''अगर भारत ने टकराव और विवाद और भड़काया तो उसे 1962 की जंग से भी ज्यादा बड़ा नुकसान झेलना होगा।''

सरकारी मीडिया नेलिखा- हालात बेहद तनाव भरे हैं...
- ग्लोबल टाइम्स ने लिखा, ''हालात बेहद तनाव भरे हैं। अगर भारत चीन को उकसाता रहा तो उसे 1962 से भी ज्यादा नुकसान होगा। भारत के उकसावे से चीन की जनता भी गुस्से में है। हमारा मानना है कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी भारतीय सैनिकों को चीन के इलाके से खदेड़ने की ताकत रखती है। भारतीय जवानों को शराफत के साथ सिक्किम सेक्टर के डोकलाम से पीछे हट जाना चाहिए। ऐसा नहीं हुआ तो उन्हें वहां से खदेड़ दिया जाएगा।
- एडिटोरियल के मुताबिक, ''चीन को इस मसले से निपटने के लिए डिप्लोमैटिक और मिलिट्री अथॉरिटी को पूरे अधिकार दे देने चाहिए। हम चीन की सोसायटी से अपील करते हैं कि वह इस मुद्दे पर हाईलेवल की यूनिटी बनाए रखे। हम जितने एकजुट रहेंगे, उतना ही पेशेवर तरीके से भारत के खिलाफ लड़ पाएंगे। इस बार हमें भारत को कड़ा सबक सिखाना चाहिए।''
- चाइना डेली ने भी अपने एडिटोरियल में कहा- 1962 में चीन के हाथों भारत की करारी हार इंडियन मिलिट्री के लिए शर्मिंदगी वाली बात थी। यही वजह है कि हम इस बार इस लहजे में बात कर रहे हैं।
- ''भारत को आईने में देखने की जरूरत है। वह बाॅर्डर को गलत तरीके से क्रॉस करने के हमारे सबूतों को नकार नहीं पाएंगे। वह भूटाने को आगे रखकर हम पर निशाना साध रहा है।''

अभी क्यों शुरू हुआ विवाद? क्यों जरूरी है चीन को रोकना?

1) पहली वजह: सिक्किम सेक्टर में चीन का सड़क बनाना

- चीन सिक्किम सेक्टर के डोकलाम इलाके में सड़क बना रहा है। इसी इलाके में चीन, सिक्किम और भूटान की सीमाएं मिलती हैं। भूटान और चीन इस इलाके पर दावा करते हैं। भारत इस विवाद पर भूटान का साथ देता है। भारत में यह इलाका डोकलाम और चीन में डोंगलाेंग कहलाता है।
- इसी इलाके में 20 किमी हिस्सा सिक्किम और पूर्वोत्तर राज्यों को भारत के बाकी हिस्से से जोड़ता है। यह ‘चिकेन नेक’ भी कहलाता है। चीन का इस इलाके में दखल बढ़ा तो भारत की कनेक्टिविटी पर असर पड़ेगा। भारत के कई इलाके चीन की तोपों की रेंज में आ जाएंगे।
- दरअसल, सिक्किम का 16 मई 1975 को भारत में विलय हुआ था। पूर्वोत्तर से चीन की तरफ जाने वाला इकलौता रास्ता नाथू ला दर्रा सिक्किम में ही है।
- चीन पहले तो सिक्किम को भारत का हिस्सा मानने से इनकार करता था। लेकिन 2003 में उसने सिक्किम को भारत के राज्य का दर्जा दे दिया। हालांकि, सिक्किम के कई इलाकों को वह अपना बताता है।

2) दूसरी वजह : चीन की घुसपैठ

- चीन की आर्मी ने हाल ही में सिक्किम सेक्टर में घुसने की कोशिश की और भारतीय जवानों से हाथापाई की। इस दौरान चीन के सैनिकों ने हमारे 2 बंकर भी तोड़ दिए।
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यह घटना सिक्किम के डोका ला जनरल एरिया में लालटेन पोस्ट के पास हुई। भारतीय सैनिकों ने ह्यूमन चेन बनाकर चीनियों को रोकने की कोशिश की, लेकिन वे धक्का-मुक्की करते रहे।
- भारत ने विरोध दर्ज कराया तो उल्टे चीन ने ही भारत पर घुसपैठ के आरोप लगा दिए।

3) तीसरी वजह : कैलाश मानसरोवर यात्रा

- चीन की तरफ से विवाद यहीं नहीं थमा। चीन ने कहा कि भारतीय सैनिक तुरंत पीछे हट जाएं। भविष्य में कैलाश मानसरोवर यात्रा जारी रखना इस बात पर निर्भर करेगा कि भारत इस टकराव का हल कैसे निकालता है?
- सीमा पर तनाव के चलते नाथू ला दर्रे से कैलाश मानसरोवर जाने वाले रास्ते को भारतीय श्रद्धालुओं के लिए चीन ने बंद कर दिया। इसके बाद भारत ने इस रूट से यात्रा रद्द कर दी।

चीन की तरफ से लगातार मिल रही धमकियां

1) हमारी मिलिट्री पावर देख ले भारत

आर्मी चीफ बिपिन रावत ने कहा था कि भारत चीन-पाकिस्तान समेत देश के अंदरूनी दुश्मन यानी कुल ढाई मोर्चे पर जंग के लिए तैयार है। इस पर चीन ने जवाब दिया कि अगर भारत को लगता है कि वह ढाई मोर्चे पर अपनी ताकत का इस्तेमाल कर सकता है तो हम भी उससे कहना चाहते हैं कि वह चीन की मिलिट्री पावर को देख ले।

2) भारत की तरह चीन भी 1962 जैसा नहीं

चीन की धमकियों पर जेटली ने कहा था- 2017 का भारत 1962 के भारत से अलग है। इस पर चीन की फॉरेन मिनिस्ट्री ने कहा, "अगर वो हमें ये बताने की कोशिश कर रहे हैं कि 2017 का भारत 1962 से अलग है तो आज का चीन भी अलग है।’

3) पहले अपने सैनिकों को हटाए भारत

भारत में चीन के एम्बेसडर लू झाओहुई ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा, "‘गेंद भारत के पाले में है और भारत को यह तय करना है कि किन ऑप्शंस को अपनाकर इस टकराव को खत्म किया जा सकता है। चीन सरकार इस बात को लेकर बेहद साफ है कि वह शांतिपूर्ण हल चाहती है और इसके लिए इलाके से भारतीय सैनिकों की वापसी एक शर्त है। चीन और भारत के बीच इस शर्त को पूरा करने के बाद ही बातचीत हो सकती है।’’

4) चीन के एक्सपर्ट्स ने भी की जंग की बात

शंघाई सोशल साइंस अकैडमी के रिसर्च फैलो हू झियोंग ने चीन के सरकारी न्यूज पेपर ग्लोबल टाइम्स से कहा, "चीन की पूरी कोशिश है कि ऐतिहासिक सबक (1962 की जंग) का हवाला देकर भारत को नतीजों के बारे में समझाया जाए। चीन गंभीरता दिखाते हुए इस मसले को शांति से हल करने की कोशिश कर रहा है। अगर भारत ने सुनने से इनकार कर दिया तो चीन के सामने सेना का इस्तेमाल करने के अलावा कोई रास्ता नहीं रह जाएगा।

क्या है सीमा विवाद?

- 3,448 किमी लंबी चीन-भारत बॉर्डर जम्मू-कश्मीर से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक फैली है। सीमा विवाद वाला इलाका 2000 किलोमीटर का है। सिक्किम में ये इलाका 220 किमी का है।
- चीन के साथ भारत का विवाद 64 साल पुराना है। इसका एक बड़ा कारण इंटरनेशनल बॉर्डर का क्लियर न होना है। भारत मानता आ रहा है कि चीन जानबूझकर इस विवाद का हल नहीं कर रहा है। भारत मैकमोहन लाइन को मानता है। चीन इस लाइन को अवैध मानता है।
- 1962 में दोनों देशों के बीच जंग हुई थी। भारत के 1300 जवान शहीद हुए थे






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शाहरुख की बेटी सुहाना की फ्रेंड बन गई हैं एक्स बिग बॉस कंटेस्टेंट नीतिभा ?






कलर्स के चर्चित रियलिटी शो बिग बॉस की एक्स कंटेस्टेंट ने बतौर आम आदमी शो में एंट्री ली और एक सिलेब्रिटी बन कर निकलीं. शो में सेलेब्स से दोस्ती की बात हो या फैशन स्टेटमेंट की हर मामले में नीतिभा आगे रहती थीं.

शो से बाहर होने के बाद भी वह सुर्खियों में रहीं. हाल ही में उन्होंने अपनी कुछ हॉलिडे पिक्स इंस्टाग्राम पर शेयर की थीं जो सोशल मीडिया पर छाई हुई थीं.

पूल साइड रिलैक्स करनी नीतिभा की ये तस्वीरें किसी हीरोइन से कम नहीं थीं. अब उनकी कुछ और तस्वीरें सामने आई हैं. जिन्हें देखकर लग रहा है कि धीरे धीरे उनके बॉलीवुड कनेक्शन बढ़ते जा रहे हैं.

हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि इन तस्वीरों में वह बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान की बेटी सुहाना के साथ पार्टी करती नजर आ रही हैं. खबर है कि उन्होंने दिल्ली के एक नाइट क्लब में सुहाना के साथ पार्टी की.

बता दें कि सुहाना भी किसी सोशल मीडिया सिलेब से कम नहीं है. पार्टी हो या इवेंट वो जहां भी होती हैं उनकी तस्वीरें मीडिया में छाई रहती हैं. कुछ दिनों पहले मुंबई में रेस्त्रां के लॉन्च के मौके पर वह ऑरेंज ड्रेस पहने नजर आई थीं.

इस ड्रेस में सुहाना बेहद ग्लैमरस लग रही थीं. उन्हें देखकर लगता है कि जल्द उनके डेब्यू की खबर भी आने वाली है.



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भाजपा कार्यकर्ताओं की नहीं सुनने वाले अफसरों पर होगी कार्रवाई







सूबे के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है  कि भाजपा कार्यकर्ताओं की उपेक्षा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कार्यकर्ताओं की बात नही सुनने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई होगी। ये बातें उन्होंने बुधवार को आजमगढ़ के नेहरू हाल में आयोजित कार्यकर्ता बैठक में कही।
उन्होंने कहा कि शिकायतें मिली हैं कि कुछ अधिकारी कार्यकर्ताओं की बात नहीं सुन रहे हैं। यह ठीक नही है। कार्यकर्ताओं से कहा कि अगर कोई अधिकारी उपेक्षा कर रहा हो तो सीधे मुझसे बताये, ऐसे अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
मिशन 2019 पर कहा कि आगामी लोक सभा की तैयारियों में कार्यकर्ता अभी से जुट जाएं। लोगों को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दें और उन्हें लाभ दिलाये। आगामी लोकसभा चनाव में 60 फीसदी वोट भाजपा को मिले, इसके लिए प्रयास करें।

डिप्टी सीएम ने भाजपा कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाया। इसको लेकर पदाधिकारी और कार्यकर्ता गदगद नजर आए।  बैठक के दौरान नेहरू हाल के बाहर बड़ी संख्या में लोग डिप्टी सीएम से मिलकर उन्हें ज्ञापन देने के लिए जुटे हुए थे।

मदरसा शिक्षकों  ने मार्च 2017 से वेतन न मिलने को लेकर केशव प्रसाद मौर्य को ज्ञापन सौंपा। गांवो से अपनी फरियाद सुनाने के लिए आये लोगों को सुरक्षाकर्मियों ने डिप्टी सीएम  से नहीं मिलने दिया। इस कारण वो निराश नजर आए। 
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अपराध वृद्धि के सवाल पर कहा कि अपराध पर काबू पाने के लिए हर सम्भव कदम उठाए जा रहे हैं। अपराधी सलाखों अंदर होंगे। हेलीपैड से सर्किट हाउस के लिए रवाना होने से पहले मीडियाकर्मियों से घिरे केशव ने आईपीएस अधिकारियों के बड़े पैमाने पर हुए स्थानांतरण के सवाल पर कहा कि अधिकारियों का स्थानांतरण करने का सरकार को अधिकार है।

 सरकार कानून व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए हर सम्भव प्रयास कर रही है। अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। कानून हाथ मे लेने वालों के खिलाफ सख्ती से करवाई की जाएगी। दो मिनट बात करने के बाद डिप्टी सीएम सर्किट हाउस के लिए रवाना हो गए।





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जियो ने लॉन्च किए 4 नए डाटा प्लान








गैजेट डेस्क। रिलायंस जियो का जियो समर सरप्राइज और धन धना धन ऑफर इस महीने खत्म होने वाला है। इससे अभी तक मिल रहा 4G डाटा, फ्री एसएमएस बंद हो जाएगा। इसी को देखते हुए जियो ने नया प्लान लॉन्च किया है। इसमें कस्मर को 224GB तक 4G डाटा दिया जा रहा है। इसके साथ ही अनलिमिटेड कॉल्स भी मिलेंगे।
कस्टमर को 224GB डाटा लेने के लिए जियोफाई डिवाइस और जियो सिम कार्ड खरीदना होगा। 99 रुपए की जियो प्राइम मेम्बरशिप जियोफाई डिवाइस परचेस करने के साथ ही एक्टिव हो जाएगी। इसके लिए अलग से पैसा नहीं देना होगा।
इसके बाद कस्टमर 149 रुपए, 309 रुपए या 509 रुपए से रिचार्ज करवा सकता है। 149 रुपए का पैक लेने पर कस्टमर को 2GB डाटा हर माह मिलेगा। यह सालभर तक मिलेगा। जबकि पेमेंट सिर्फ एक बार करना होगा। यानि सालभर में कस्टमर को 24GB डाटा मिल जाएगा।

309 रुपए का रिचार्ज करवाने पर 1GB डाटा हर रोज 6 महीने तक
इसी तरह 309 रुपए का रिचार्ज करवाने पर 1GB डाटा हर रोज 6 महीने तक कस्टमर को मिलेगा। यानि एक बार रिचार्ज करवाने के बाद कुल 168GB डाटा कस्टमर को मिलेगा।

इसी तरह यदि कोई कस्टमर 509 रुपए से रिचार्ज करवाता है तो उसे 2GB डाटा हर रोज मिलेगा। यह 4 महीनों तक मिलते रहेगा।
आखिरी पैक 999 रुपए वाला है। इसमें कस्टमर को 56 दिनों के लिए 120GB डाटा मिलेगा। इसमें रोजाना डाटा खर्च करने की कोई लिमिट नहीं है। यानि कस्टमर इंटरनेट का भरपूर उपयोग कर सकता है।

यह ऑफर सिर्फ जियो प्रीपैड सिम के लिए हैं। यह उन्हीं कस्टमर को मिलेंगे जो जियो फाई डिवाइस और सिम कार्ड परचेस करेंगे।





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200 मीटर गहरी खाई में गिरी बस , ऐसे लटक रही थी लाशें







जंजैहली (मंडी).मंडी जिला के सराज में जंजैहली के लंबाथाच के पास एक निजी बस तेज रफ्तार के कारण अनियंत्रित होकर 200 मीटर गहरी खाई में गिर गई। हादसे में ड्राइवर समेत पांच लोगों की मौत हो गई। 12 लोग जख्मी हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे के बाद लाशें बस में लटकी थी और कई बुरी तरह दबी हुई थीं।

 शादी समारोह से लौट रहे थे सभी यात्री...

- जानकारी के अनुसार, 4 जून की शाम को निजी बस में सवार होकर सभी लोग शादी समारोह से वापस आ रहे थे।
- च्यूणी से सलाहर जाने के दौरान लंबाथाच के नजदीक निहरी मोड़ के पास बस अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी।
- स्थानीय लोगों ने मामले की सूचना प्रशासन और पुलिस को दी और अपने स्तर पर राहत बचाव कार्य भी शुरू कर दिया।
- बस में 35 लोग सवार थे। बस के खाई में गिरने से कई लोग उसके नीचे दब गए।
- प्रशासन ने जंजैहली से जेसीबी भेजकर बस को हटाने का काम शुरू कर दिया है।
- मरने वालों की संख्या में बढ़ोतरी भी हो सकती है। घायलों में कुछ लोगों को जंजैहली और कुछ को थुनाग अस्पताल भेजा गया है।
- जबकि गंभीर रूप से घायल हुए लोगों को उपचार के लिए जोनल हॉस्पिटल मंडी भी रेफर किया गया है।
- डीएसपी हितेश लखनपाल ने बस हादसे की पुष्टि करते हुए बताया कि पांच लोगों की हादसे में मौत हो गई है।






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बीजेपी नेता पर रेप का आरोप








महाराष्ट्र/गढ़चिरौली. जिले के चंद्रपुर में चलती बस में शारीरिक संबंध बनाने वाले बीजेपी नेता को मंगलवार दोपहर चंद्रपुर पुलिस ने रेप के आरोप में अरेस्ट कर लिया है। बीजेपी नेता के खिलाफ महिला ने नौकरी का झांसा देकर रेप करने का आरोप लगाया था। मामले का खुलासा बस में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज सामने आने के बाद हुआ था। वहीं इस वीडियो फुटेज को लीक करने के आरोप में बस के ड्राइवर, क्लीनर समेत तीन लोगों को भी अरेस्ट किया गया है।

क्या है वीडियो फुटेज में...
- वीडियो में स्थानीय बीजेपी नेता रविन्द्र बावनथड़े बस में एक महिला के साथ आपत्तिजनक हालत में दिख रहे हैं।
- खास बात यह है कि बीजेपी नेता बस की पिछली सीट पर महिला के साथ दिखाई दे रहे हैं और आगे की सीट पर कई यात्री बैठे हुए हैं।
- माना जा रहा है कि वीडियो बस के कंडक्टर या ड्राइवर ने ही लीक किया है। पुलिस ने बस के ड्राइवर से भी पूछताछ की है।
महिला ने लगाया रेप का आरोप
- वीडियो सामने आने के बाद महिला ने बीजेपी नेता पर नौकरी का झांसा देकर रेप करने का आरोप लगा दिया है। आरोप है कि बीजेपी नेता ने उससे शादी का वादा भी किया था।
- पुलिस ने महिला की शिकायत के बाद आरोपी बीजेपी नेता के खिलाफ सोमवार को केस रजिस्टर कर लिया था। उसे पकड़ने के लिए पुलिस ने एक टीम बनाई थी।
- पुलिस टीम ने आरोपी नेता को उसके फ्रेंड के घर से अरेस्ट किया है। सत्ताधारी पार्टी के नेता से जुड़ा मामला होने के चलते पुलिस इस बारे में कुछ भी बोलने से इनकार कर रही है।
- इस मामले के सामने आने के बाद मुद्दे की तलाश में बैठी कांग्रेस ने मंगलवार को गढ़चिरौली में बीजेपी के खिलाफ प्रोटेस्ट किया है।
बस का ड्राइवर और क्लीनर समेत तीन अरेस्ट
- इस घटना का वीडियो वायरल हो जाने के बाद पुलिस ने बस के ड्राइवर शारंगधर रामटेके, क्लीनर राकेश खोब्रागड़े और उसके हेल्पर नितीन सहारे को बुधवार को अरेस्ट कर लिया है।
- इन पर जान बूझकर वीडियो लीक करने और उसे व्हाट्सऐप पर वायरल करने का आरोप लगा है







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भानगढ़ के विनाश का कारण




जयपुर। राजस्थान के अलवर जिले में सरिस्का के जंगलों से घिरा हुआ भानगढ़ आज भी खुद में कई रहस्य समेटे खड़ा है। इसके बनने और खंडहर होने के कई किस्से इतिहास की किताबों में दफन है। इन्हीं किस्सों से रीडर्स को रू-ब-रू कराने के लिए हमने 'भानगढ़ और अनसुनी कहानियां' सीरीज शुरू की।
पहली सीरीज में आपने पढ़ा था कि ''भानगढ़ की सच्चाई जानने एक अंग्रेज रुका था पूरी रात और सुबह मिली थी लाश...''। इसी सीरीज में आज पेश है कैसे दो राजपूतों का मुस्लिम बन जाना भानगढ़ के विनाश का कारण बना। हालांकि, इन किस्सों में कितनी सच्चाई है? ये हम नहीं जानते हैं लेकिन लोगों के बीच भानगढ़ को लेकर ऐसे कई किस्से फेमस हैं। राजस्थान के सीनियर जर्नलिस्ट विनोद भारद्वाज ने भानगढ़ को लेकर काफी रिसर्च किया है।

आज पेश है 'भानगढ़ और अनसुनी कहानियां' की दूसरी सीरीज...
राजपूत से बने मुस्लिम तो हुआ भानगढ़ का विनाश
भानगढ़ को लेकर कई किस्से मशहूर हैं। एक ऐसा ही किस्सा है कि भानगढ़ और अजबगढ़ का विनाश दो राजपूत सामंतों के मुसलमान बनने से हुआ। इतिहासकार प्रो. आर.एस. खंगारोत के अनुसार, राजपूत से मुसलमान बने मोहम्मद कुलीन और मोहम्मद दलहीज भानगढ़ और अजबगढ़ के शासक बने। इसी समय दिल्ली में मुगलों की ताकत को कमजोर देखकर जयसिंह द्वितीय ने भानगढ़ और अजबगढ़ पर हमला कर दिया। इतना ही नहीं, बल्कि मुसलमान बने दोनों राजाओं को मौत के घाट उतारकर इनके राज्यों को तहस-नहस करके खंडहरों में बदल दिया।

एक खूबसूरत रानी और तांत्रिक का श्राप
भानगढ़ के विनाश के और भी कई किस्से प्रचलित हैं, लेकिन सर्वाधिक चर्चित कहानी यह है कि इस राज्य में तांत्रिकों, साधुओं और ज्योतिषियों को बेहद सम्मान हासिल था। महाराजा छतर सिंह की रानी रत्नावती तीतरवाड़ा की बेटी थी, वह बेहद रूपवती तो थी ही, तंत्र-मंत्र की विधाओं में भी पारंगत थी।
कहा जाता है कि सिंघा नाम के एक तांत्रिक ने भानगढ़ के बारे में जब यह सुना कि यहां तांत्रिकों का सम्मान किया जाता है तो वह यहां पहुंच गया और महल के सामने स्थित एक पहाड़ी पर अपना स्थान बनाकर साधना करने लगा।
जाने कैसे! कभी उसने पहाड़ी से रानी को देख लिया और उसके सौंन्दर्य पर मोहित हो गया। वह अच्छी तरह जानता था कि बिना तांत्रिक शक्तियों का प्रयोग किए रानी तक पहुंच पाना भी असंभव है, दूसरे उसे यह भी पता था कि वह जिसे पाना चहता है वह कोई साधारण स्त्री नहीं है, बल्कि उसी राज्य की रानी है, जहां उसे आश्रय मिला हुआ है। राजा को यदि उसके प्रयासों की भनक भी मिल गई तो उसके प्राण बचाने वाला कोई नहीं होगा। इस सबके बाद भी वह रानी को मन से नहीं निकाल पा रहा था। अंततः इस सेवड़ा तांत्रिक ने अपनी तांत्रिक विद्या के द्वारा ही रानी रत्नावती को वश में करने का फैसला किया।
उसने कई बार छोटे-मोटे प्रयास किए, लेकिन वह सफल न हो सका। अपनी लगातार असफलताओं के कारण रानी को पा लेने की इच्छा उसके मन में बदला लेने की हद तक बढ़ती जा रही थी। दूसरी ओर सिंघा को इस बात का रत्ती भर भी ज्ञान नहीं था कि रानी रत्नावती भी तंत्र विद्या की अच्छी जानकार है। यह बात न मालूम होने के कारण ही तांत्रिक अंत में वह भूल कर बैठा, जिसके कारण न केवल वह अपनी मृत्यु का, बल्कि भानगढ़ के विनाश का भी कारण बना।
हुआ यह कि रानी को हासिल न कर पाने की खीझ और कई विफल प्रयासों के बाद उसने अपना आखिरी दांव खेला।
सिंघा ने रानी की एक दासी को अपनी कुटिल चाल का हिस्सा बनाया। यह दासी जब बाजार से राजमहल जा रही थी तो तांत्रिक ने अपने वशीकरण मंत्र से बंधे तेल का एक कटोरा उस दासी को यह समझाकर दिया कि हम तंत्रसिद्ध बाबा हैं, रानी को यह तेल देना और उन्हें यह समझाना कि इस तेल का उपयोग अपने शरीर पर करें, इससे उनका कल्याण होगा।
राजमहल में पहुंचकर दासी ने तेल का कटोरा रानी के सामने रखा और जो भी घटित हुआ था वह रानी को बताया, साथ ही उस तांत्रिक बाबा का हुलिया भी बयान किया।
रानी ने तेल को परखने के लिए उस पर अपना मंत्र डाला, तेल घूमने लगा, अपनी सिद्धि से रत्नावती ने जान लिया कि तेल में वशीकरण के साथ ही मारक मंत्र व तंत्र का प्रयोग किया गया है। रानी को समझ आ गया कि तांत्रिक ने उसे अपने मोहपाश में बांधने के लिए ही यह तेल दासी के हाथ भिजवाया है।
रानी के क्रोध की सीमा न रही और इसी गुस्से में उसने उसी समय अपने सामने रखी तेल की कटोरी पर सिद्ध मारक मंत्र पढ़कर वहीं से सामने वाली पहाड़ी पर फेंका, जहां बैठा वह तांत्रिक अनुष्ठान कर रहा था। तेल एक भयानक आवाज के साथ शिला के रूप में वहां से उड़ा और कहर बनकर तांत्रिक के ऊपर टूटा और सिंघा वहीं मृत्यु को प्राप्त हुआ।
कहते हैं कि मरने से पहले वह श्राप दे गया कि मंदिरों को छोड़कर सारा भानगढ़ नष्ट हो जाएगा और सभी लोग मारे जाएंगे।
भानगढ़ के आसपास के गांवों के अनेक लोग मानते हैं कि तांत्रिक के श्राप के कारण ही किला सहित सभी इमारतें खंडहर हो गई, लेकिन मंदिरों का कुछ नहीं बिगड़ा। कुछ लोगों का विश्वास है कि इस श्राप से अकाल मृत्यु को प्राप्त हुए लोगों की आत्माएं आज भी यहां भटकती हैं और इस जगह के भुतहा होने व फिर से न बस पाने का यही कारण माना जाता है।






MP Sab Kuch

Monday, 3 July 2017

मोदी व योगी के खिलाफ वाट्सअप पर अभद्र टिप्पणी, आरोपी गिरफ्तार







वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ वाट्सअप पर अभद्र टिप्पणी कई लोगों को भेजने वाले युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. मुकदमा शनिवार को ही दर्ज किया गया था.

बीजेपी के नगर मंडल अध्यक्ष गोपाल जी सोनी समेत अन्य कार्यकर्ताओं ने शनिवार को पुलिस को तहरीर देकर आरोप लगाया था कि एक वाट्सअप नंबर से प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के बारे में अपत्तिजनक बात लिखी गई है. यह मैसेज कई लोगों के मोबाइल पर भेजा गया है. जिसके बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी.

सर्विलांस के जरिए पता चला कि उस वाट्सअप नंबर का इस्तेमाल करने वाला युवक सूरज खरवार अतरसुआं गांव में रहता है. पुलिस ने शनिवार देर रात उसे गिरफ्तार कर लिया.

आरोपी युवक बीए का छात्र है. उसका कहना है कि उसने खुद ऐसा नहीं किया है. उसके मोबाइल से अभद्र भाषा वाला मैसेज किसी और ने भेज दिया है.

प्रभारी कोतवाल संतोष यादव का कहना है कि जांच में आरोपी का नाम सामने आने पर उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.






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धोनी के नाम दर्ज हुआ 16 साल का सबसे धीमा अर्धशतक









वेस्टइंडीज के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज चौथे वनडे में भारत को 11 रन से हार का सामना करना पड़ा। इस लो स्कोरिंग मैच को भारत की हार के साथ-साथ एक और वजह से हमेशा याद किया जाएगा और वो वजह है पूर्व कप्तान एमएस धोनी का अर्धशतक।
धोनी ने चौथे वनडे में 108 गेंद खेलकर अपना अर्धशतक पूरा किया। यह उनके क्रिकेट करियर का सबसे धीमा अर्धशतक है। जीत के लिए 190 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया के लिए धोनी की मौदान में मौजूदगी आश की किरण थी लेकिन धोनी ने अपने चिर-परिचित अंदाज के विपरीत बल्लेबाजी की और एक बार फिर अपना नाम रिकॉर्ड बुक में दर्ज करा लिया।

धोनी का अर्धशतक 16 साल में किसी भी भारतीय द्वारा जड़ा गया सबसे धीमा अर्धशतक है। दो पेस वाली एंटीगुआ की पिच पर गेंद आसानी से बल्ले पर नहीं आ रही थी। ऐसे में धोनी कोगैप ढूंढने में परेशानी हो रही थी। विराट के अनुसार उनके शॉट्स सही थे लेकिन गेंद बल्ले पर आसानी से नहीं आ रही थी। लगातार विकेट गिरते गए और आवश्यक रन रेट भी बढ़ता गया। प्रशंसकों को एक बार फिर धोनी के मैच को जानेमाने तरीके से खत्म करने का विश्वास था लेकिन ऐसा हो न सका और टीम इंडिया को 11 रन से हार का सामना करना पड़ा।

अंत में मैच रोमांचक हो गया था। जीत के लिए भारत को 7 गेंद में 14 रन की दरकार थी। 49वें ओवर की आखिरी गेंद का सामना टीम इंडिया के पूर्व कप्तान कर रहे थे और दूसरी तरफ वनडे क्रिकेट में पहली बार कुलदीप यादव बल्लेबाजी करने उतरे थे। ऐसे में धोनी ने 1रन लेने के बजाय बड़ा शॉट खेलने का प्रयास किया लेकिन गेंद सीमा रेखा के पार पहुंचने के बजाए सीधे मिडऑन पर खड़े फील्डर के हाथों में पहुंच गई। धोनी के पवेलियन वापस लौटते ही कैरेबियाई प्रशंसकों को लगा कि उनकी टीम जीत के करीब पहुंच गई है। यदि धोनी मैदान पर बने रहते तो परिणाम कुछ और होता लेकिन टीम इंडिया 49.4 ओवर में 178 रन पर ढेर  हो गई और लक्ष्य से 11 रन पीछे रह गई।







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कीमती स्किन के लिए यूं जिंदा काटे जा रहे मगरमच्छ,








थाई फिशरी डिपार्टमेंट के मुताबिक, यहां पर 1000 से ज्यादा फार्म में करीब 12 लाख मगरमच्छ रह रहे हैं।

थाईलैंड में मगरमच्छों के कई सबसे बड़े फर्म्स का ठिकाना है। यहां चल रहे कई फार्म के अपने स्लॉटर हाउस भी है। यहां कीमती स्किन, मीट और ब्लड के लिए मगरमच्छों को जिंदा काटा जा रहा है। यहां बड़ी संख्या में टूरिस्ट भी फर्म्स को देखने के लिए आते हैं। थाई फिशरी डिपार्टमेंट के मुताबिक, यहां पर 1000 से ज्यादा फर्म में करीब 12 लाख मगरमच्छ रह रहे हैं।

 इतने महंगे हैं इससे तैयार होने वाले प्रोडक्ट्स...
- श्री आयुथ्या क्रोकोडाइल फर्म थाईलैंड के सबसे बड़े फर्म में से एक है। ये पिछले 35 सालों से चल रहा है।
- यहां की ओनर विचियान रियुआंगनेट के मुताबिक, हमारी फर्म सभी तरह के काम कर रही है। हम लोगों को रोजगार दे रहे हैं और देश को इनकम दे रहे हैं।
- उन्होंने बताया कि उनकी फर्म कन्वेन्शन ऑन इंटरनेशनल ट्रेड इन इन्डैंगर्ड स्पीशीज ऑफ वाइल्ड फॉना एंड फ्लोरा से रजिस्टर्ड है।
- इसके जरिए फर्म को लीगल तौर पर मगरमच्छ के जरिए तैयार होने वाले प्रोडक्ट को एक्सपोर्ट करने की परमिशन मिली है।
- विचियान ने कहा कि हमारी फर्म मगरमच्छ से तैयार होने वाले सभी प्रोडक्ट्स का एक्सपोर्ट करती है। मगरमच्छ के मीट की कीमत प्रति किलो 570 रुपए है।
- उन्होंने बताया कि इसकी स्किन से बने प्रोडक्ट में हैंडबैग और लेदर सूट्स है। एक बैग की कीमत डेढ़ लाख रुपए (2356 डॉलर) है। वहीं लेदर सूट्स की कीमत करीब 4 लाख रुपए (5885 डॉलर) है।
- मगरमच्छ का पित्त और खून दवाओं के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसे सेहत के लिए अच्छा माना जाता है। प्रति किलो खून की कीमत 1000 रुपए है और पित्त की कीमत प्रति किलो 76 हजार रुपए है।






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इस आधार पर मिलेगा सांतवा वेतनमान







भोपाल। राज्य सरकार ने कर्मचारियों को 1 जनवरी 2016 से सातवां वेतनमान दिए जाने का फार्मूला तय कर लिया गया है। इसका नकद भुगतान 1 जुलाई 2017 से किया जाएगा। इस बारे में सोमवार शाम को होने वाली कैबिनेट की बैठक में फैसला लिया जाएगा। पहले बैठक मंगलवार को निर्धारित थी, लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की व्यस्तता के चलते मंत्रिमंडल की बैठक एक दिन पहले कर दी गई है।

पढ़ें पूरी खबर...
कर्मचारियों को सातवां वेतनमान दिए जाने के लिए सरकार ने 2.57 का फार्मूला तय किया है, यानी एक जनवरी 2016 को कर्मचारियों को जो वेतन मिल रहा था। उसका 2.57 गुना वेतन निर्धारित कर नकद भुगतान किया जाएगा। कर्मचारियों को यह फायदा अगस्त के वेतन में मिलेगा। कैबिनेट में फिलहाल सातवें पुनरीक्षित वेतनमान का एरियर दिए जाने के बारे में अभी तय नहीं हो पाया है, लेकिन वित्त विभाग कर्मचारियों को 1 जनवरी 2016 से 1 जुलाई 2017 के बीच के 18 महीने के एरियर का भुगतान पांच किस्तों में ही देने के मूड में है। इधर कर्मचारी संगठन एरियर की इस राशि को एक मुश्त दिए जाने की मांग कर रहे हैं।

इन पर भी होगा विचार
- सरदार सरोवर परियोजना के डूब क्षेत्र में आने वाले विस्थापितों को 15 लाख रुपए का स्पेशल पैकेज दिया जाने के संबंध में।
- गरीबों को जमीन के पट्टे दिए जाने की समय सीमा बढ़ाए जाने के बारे में भी फैसला लिया जाएगा। इसकी वजह अभी भी बेदखल किए गए गरीबों को पट्टा न मिलना है।
- प्लास्टिक कैरीबेग के इस्तेमाल पर पूर्णत: प्रतिबंध लगाए जाने के फैसले का अनुमोदन।
- माध्यमिक शिक्षा मंडल से संबद्ध सरकारी और प्राइवेट मेधावी छात्रों को प्रोत्साहन राशि दिए जाने संबंधी राशि दिए जाने का अनुमोदन।
- राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान 9 वी से 12 तक के स्कूलों का बेहतर आधारभूत ढांचा तैयार किए जाने की योजना का अनुमोदन।

मप्र के 97 हजार लोगों को मिलेगा सांतवे वेतनमान का फायदा
भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर वाई श्रेणी में आते हैं, जबकि उज्जैन, सागर, रतलाम, खंडवा समेत अन्य बड़े शहर जेड श्रेणी में। रेलवे, आयकर, डाक, रक्षा, जनगणना, ऑडिट समेत अन्य केंद्रीय विभाग मिलाकर प्रदेश में करीब 97 हजार केंद्रीय कर्मचारी हैं। इनमें भोपाल के 11 हजार कर्मचारी हैं।

4% महंगाई राहत के आदेश, जुलाई में मिलेगी बढ़ी पेंशन
मप्र के पेंशनरों को चार फीसदी महंगाई राहत के आदेश मंगलवार को जारी हो गए। इससे तीन लाख से अधिक पेंशनरों को फायदा मिलेगा। जुलाई में इन्हें बढ़ी पेंशन और एरियर मिल जाएगा। अभी उन्हें 132 फीसदी महंगाई राहत मिलती है। बढ़ोतरी के बाद यह 136 फीसदी हो जाएगी। वित्त विभाग के अनुसार यह महंगाई राहत 1 जनवरी 2017 से दी जाएगी। इसी तरह 80 वर्ष या उससे अधिक आयु के पेंशनरों को देय अतिरिक्त पेंशन पर भी महंगाई राहत दी जाएगी। पेंशनरों के मामले में देरी इसलिए होती है, क्योंकि करीब 25 फीसदी पेंशनर छत्तीसगढ़ में हैं। वहां से क्लीयरेंस के बाद ही आदेश होते हैं।

15 प्रतिशत तक हो सकता है सैलरी में इजाफा...
- सरकार के इस फैसले से राज्य सरकार के इम्प्लाइज की सैलरी में 15 प्रतिशत तक इजाफा हो सकता है।
- इसके लिए फाइनेंस डिपार्टमेंट ने छत्तीसगढ़ द्वारा तय किए वेतनमान का अध्ययन किया है।
- लेकिन मध्य प्रदेश में वेतनमान की श्रेणी अधिक होने से यहां श्रेणियां ज्यादा रहेंगी जिसके मुताबिक वेतनमान दिया जाएगा।







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दो पहिया वाहन पर पीछे बैठने वाले को भी हेलमेट लगाना अनिवार्य हुआ








इंदौर. अब दो पहिया वाहन पर पीछे बैठने वाले व्यक्ति को भी हेलमेट लगाना होगा। यह नियम पूरे देश में लागू किया गया है। वाहन चलाते हुए चालक मोबाइल पर बात नहीं कर सकता है। इसी तरह के कई और नियम केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए हैं। जो अब पूरे देश में समान रूप से लागू होंगे। इनके उल्लंघन पर जुर्माने की जानकारी भी जल्द जारी की जाएगी।

सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने हाल ही में मोटर व्हीकल ड्राइविंग रेग्युलेशन 2017 जारी किया है। इससे पहले 28 सालों से वाहन चालन और सड़क सुरक्षा से जुड़े नियमों के लिए रुल्स ऑफ रोड रेग्युलेशन 1989 लागू था। पुराने नियम समय के साथ ही मौजूदा व्यवस्था से अलग होते जा रहे थे। इसे देखते हुए नए नियम जारी किए गए हैं। हालांकि कई राज्यों में स्थानीय स्तर पर इसे लेकर रोक और जुर्माने की व्यवस्था थी, लेकिन यह देश में एक समान रूप से लागू नहीं थे।
एक समान रूप से लागू होंगे
नए नियम पूरे देश में मोटर व्हीकल एक्ट के तहत एक समान रूप से लागू होंगे, जैसे मोबाइल पर बात करते हुए वाहन चलाने को प्रतिबंधित किया गया है। वहीं वाहन चलाने का प्रशिक्षण देने वाला व्यक्ति भी प्रशिक्षण देते समय मोबाइल का उपयोग नहीं कर सकता है।






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