इन्दौर. नेशनल और स्टेट हाईवे के टोल प्लाजा पर वाहन चालाको को लाइन
में लगकर टैक्स नहीं चुकाना होगा। न कैश देना होगा और न स्लिप के लियं
इंतजार करना होगा। वाहनों पर फास्टैग स्टीकर लगा होने से टोल प्लाजा पर
टैक्स सेंसर के जरिये ऑटोमैटिक कट जायेगा। यह फास्टैग स्टीकर एक जुलाई से
बेची जाने वाली कार और अन्य बड़े निजी व कॉमर्शियल वाहनों में लगा हुआ
मिलेगा। हालांकि पुराने वाहन भी इस स्टीकर को लगवा सकेंगे। इसके कारण टोल
टैक्स बैरियर में 10 प्रतिशत रियायत मिलेगी।
फास्टैग स्टीकर इस तरह करेगा काम
फास्टैग
स्टिकर रेडियो फ्रीक्वेंसी व्हीकल आईडेंटिफिकेशन तकनीक पर आधारित होगा।
स्टीकर लगा वाहन जैसे ही फास्टैग लेन से गुजरेगा, वहां लगा रेडियो
फ्रीक्वेंसी रीडर पढ़ लेगा कि वह कौन सी गाड़ी है और उसके हिसाब से वह
तुरंत टोल टैक्स काट लेगा। यह स्टीकर टोल प्लाजा और कुछ बैंकों से मिल
सकेगा। इसे प्रीपेड मोबाइल की तरह रिचार्ज किया जा सकेगा।
करोड़ों रूपये का पेट्रोल-डीजल बचेगा
केंद्रीय
परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ने कुछ समय पहले कहा था कि देश में टोल प्लाजा
पर वाहनों की कतार लगने से हर साल 86 हजार करोड़ का ईंधन व्यर्थ में जल
जाता है। इसलिए सरकार ऑटोमैटिक टोल कलेक्शन पर जोर दे रही है। फास्टैग
स्टीकर व्यवस्था होने के बाद भी बहुत कम वाहन में इसका इस्तेमाल किया जा
रहा है। नए वाहनों में इसके लगे होने यह कतारें खत्म होंगी। करोड़ों का
डीजल बचेगा और लोगों को सुविधा भी मिलेगी।
यह सिस्टम जल्द शुरू किया जायेगा
सरकार
ने नए वाहनों में 1 जुलाई से फास्टैग स्टीकर लगाने के लिए ड्राफ्ट
नोटिफिकेशन जारी किया है। इस पर फाइनल नोटिफिकेशन जारी करते हुए व्यवस्था
लागू कर दी जाएगी। मौजूदा गाड़ियों के लिए भी यह स्टीकर टोल प्लाजा सहित
टाइअप किए हुए बैंकों में उपलब्ध होता है।
डॉ एमपी सिंह, आरटीओMP Sab Kuch

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