बंगाल की खाड़ी में मौजूद चक्रवाती तूफान
'मोरा' बांग्लादेश के समुद्री तट से टकराने के बाद मानसून उत्तरपूर्व से
होते हुए केरल पहुंच गया है। संभावना जताई जा रही थी कि दोपहर तक भारत के
तटीय क्षेत्रों में ये अपना असर दिखाएगा, लेकिन चक्रवाती तूफान मोरा की
तीव्र गति की वजह से मानसून पहले ही भारत के तटीय इलाकों तक पहुंच गया है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि पूर्वोत्तर के
राज्यों समेत केरल में आज भारी बारिश होगी। साधारणत: मानसून पहले केरल
पहुंचता है, लेकिन इसबार ये पूर्वोत्तर के राज्यों से होते हुए केरल पहुंचा
है। मौसम वैज्ञानिकों ने मोरा की वजह से उत्तर पूर्वी राज्यों में 2.5 mm
बारिश की संभावना जताई है।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक आज दक्षिण असम, मेघालय, त्रिपुरा, और मिजोरम में भारी बारिश हो सकती है। अरुणाचल और नागालैंड में भी भारी बारिश की संभावना जताई गई है। इसके साथ ही दक्षिण असम, मणिपुर, मेघालय और मिजोरम में 45 से 65 किलोमीटर की स्पीड से तेज हवाओं की संभावना जताई गई है।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक आज दक्षिण असम, मेघालय, त्रिपुरा, और मिजोरम में भारी बारिश हो सकती है। अरुणाचल और नागालैंड में भी भारी बारिश की संभावना जताई गई है। इसके साथ ही दक्षिण असम, मणिपुर, मेघालय और मिजोरम में 45 से 65 किलोमीटर की स्पीड से तेज हवाओं की संभावना जताई गई है।

31 मई को असम, मेघालय, त्रिपुरा, मिजोरम, नागालैंड, और अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा अंडमान निकोबार द्वीप समूह, कर्नाटक और केरल के समुद्री तट पर भी भारी बारिश की संभावना है।
1 जून को भी मौसम में भी भारी बारिश की संभावना जताई गई है। इसमें असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, अंडमान निकोबार द्वीप समूह और केरल प्रभावित क्षेत्र होंगे।
2 जून को असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, अंडमान निकोबार द्वीप, केरल में भारी बारिश होगी।
MP Sab Kuch

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