Thursday, 4 May 2017

सिंधिया राजपरिवार का महल था, फिर मध्यभारत की विधानसभा और अब संभागीय आयुक्त कार्यालय बना मोतीमहल पैलेस




ग्वालियर. मोतीमहल पैलेस सिंधिया राजवंश ने बनवाया था जिसमें मध्यभारत की विधानसभा थी और देश स्वतंत्र होने के बाद इसकी ग्वालियर राजधानी था  मोतीमहल पैलेस में प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने जीवाजी राव को राजप्रमुख की शपथ दिलाई थी।
राजप्रमुुख की शपथ के लिये स्वयं नेहरू ग्वालियर आये
मोतीमहल को सन् 1827 में दौलतराव सिंधिया ने निर्माण कराया था और धीरे धीरे इसमें 400 कमरे बनवाये गये।
इसके बाद मोतीमहल सिंधिया राजघराने का आधिकारिक निवास उस समय तक रहा जबतक जयविलास पैलेस नहीं बन गया ।
मोतीमहल को पूना के शनिवार बाड़ा हकी मराठा शैली में बनवाया गया है। और इसमें राज्य सरकार के कार्यालय है।
विधानसभा हॉल आग से धराशायी हो गया 
-2014 में इस मोतीमहल के विधानसभा हॉल में आग लग गई, जिससे एक बड़ा और सुंदर हिस्सा टूट कर गिर गया।
-दो साल भी भी इस हिस्से को सही नहीं किया गया है, क्योंकि राज्य सरकार ने इसके लिए धन उपलब्ध नहीं कराया है।
मध्य भारत स्टेट की थी विधानसभा
-देश स्वतंत्र होने के बाद मध्य भारत राज्य बना और उसके राजप्रमुख बने जीवाजीराव सिंधिया।
-प्रथम प्रधानमंत्री नेहरू स्वयं ही जीवाजीराव को शपथ दिलाने ग्वालियर आए और मोतीमहल में उन्होंने राजप्रमुख की शपथ दिलाई।
-इस पैलेस में यशवंत होल्कर को उप राजप्रमुख को शपथ नेहरू ने दिलाई थी

MP Sab Kuch

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