Friday, 26 May 2017

उज्मा की जुबानी, पाकिस्तान के एक घिनौने चेहरे की आंखों देखी खौफनाक कहानी






25 दिन बाद उज्मा वतन लौटी तो उसने पाकिस्तान के घिनौने चेहरे की आंखों देखी कहानी दुनिया के सामने बयां की, जो इतनी खौफनाक है कि रूह कांप जाए।

वीरवार को स्वदेश लाई गईं उज्मा अहमद ने पाकिस्तान को ‘मौत का कुआं’ करार दिया है। उज्मा का दावा है कि पाकिस्तान के बुनेर के रहने वाले ताहिर अली से निकाह के लिए उसे मजबूर किया गया। उसके सिर पर बंदूक रखकर उसे जान से मारने की धमकी दी गई और प्रताड़ित तथा अपमानित किया गया। एक दिन पहले ही उज्मा को इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने स्वदेश लौटने की इजाजत दी।

उज्मा ने वीरवार को वाघा सीमा के जरिए भारत में प्रवेश किया और यहां पत्रकारों से कहा कि मैं अनाथ थी। मुझे गोद लिया गया था और मेरा कोई नहीं था। पाकिस्तान में बिताए अपने कठिन दिनों के बारे में बताते हुए उज्मा कई बार रो पड़ीं। उसने कहा कि पाकिस्तान जाना तो आसान है, लेकिन वहां से वापिस लौटना बेहद कठिन। वहां बुनेर नाम का एक गांव है।

उज्मा ने बताया कि अगर मैं वहां कुछ दिन और रहती तो या मुझे मार दिया जाता या बेच दिया जाता। धोखे से निकाह के बाद उसे बुनेर ले जाया गया। वहां कई लड़कियां हैं, जो पता नहीं कहां कहां से लाई गई हैं। बुनेर के ज्यादातर मर्द मलेशिया में रहते हैं। वे वहां रहकर लड़कियों को फंसाते हैं और फिर उन्हें बुनेर ले आते हैं। बुनेर बेहद खतरनाक इलाका है।

बुनेर में मुझे शारीरिक और मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया जाता था। वहां एक ट्रेनिंग कैंप चलता है, जहां रोज गोलियां चलने की आवाजें आती हैं। हर मर्द की दो पत्नियां हैं। पाकिस्तान नरक है, लड़कियां सोचती हैं कि वहां मुस्लिम कल्चर है, तो पाकिस्तान अच्छा होगा। लेकिन मैं कहती हूं कि वहां औरत तो क्या आदमी भी सेफ नहीं हैं और आदमी के रूप में वहां भेड़िये रहते हैं।

बता दें कि नई दिल्ली की रहने वाली उज्मा इसी महीने पाकिस्तान गई थीं। उसका कहना है कि वह ताहिर अली नाम के पाकिस्तानी से मलेशिया में मिली थी और उसे प्यार हो गया था। 3 मई को ताहिर ने जबरदस्ती उससे शादी की। 12 मई को उज्मा ने पाकिस्तान में याचिका लगाई की वह भारत लौटना चाहती है। उसका कहना है कि भारत में उसकी पहली शादी से एक बेटी है।

उज्मा ने आरोप लगाया था कि ताहिर ने उससे जबरन निकाह किया था और उसने उसे धोखे में रखा था कि वह शादीशुदा नहीं है। जबकि हकीकत तो यह है कि उसके चार बच्चे भी हैं। उज्मा ने ताहिर पर अपना पासपोर्ट चुराने का भी आरोप लगाया था। उसके मामले को गंभीरता से लेते हुए वहां की हाईकोर्ट ने आदेश दिया था कि उसे कड़ी सुरक्षा में भारतीय सीमा तक छोड़ा जाए।

इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने उज्मा को स्वदेश लौटने की इजाजत दी थी। आदेश के बाद उज्मा वीरवार सुबह अटारी बार्डर पर पहुंची। उज्मा की जुबां खामोश थी, लेकिन आंखें दर्द बयां कर रही थी। अटारी बॉर्डर के रास्ते भारत की जमीं पर कदम रखते हुए उज्मा ने जमीन को छूकर देश को नमन किया। उज्मा की वतन वापसी पाक स्थित भारतीय दूतावास अधिकारियों के प्रयास से संभव हो सकी है।




MP Sab Kuch

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